Skip to main content

According to the opinion of a scholar Jyotishcharya एक विद्वान ज्योतिषाचार्य के मत के अनुसार

Why should a woman press on her husband's feet?

 The reason behind the planets is hidden behind it. The portion of the male knee to the shin is from Saturn. But the part of the woman's wrists to finger is of Venus. And whenever there is the effect of Venus on Saturn, then it becomes eligible for money acquisition. Therefore, the woman should suppress her husband's feet every day.That is why Lakshmi always keeps pressing the feet of Lord Vishnu. And that is why he is the goddess of wealth. I am releasing this message in the public interest. All people carry this message to their wife. can benefit


स्त्री को अपने पति के पैर को क्यो दबाना चाहिए ?इसके पीछे ग्रहों  का कारण छुपा है ।पुरुष के घुटने से लेकर पिंडली तक का भाग शनि का होता है ।तथा स्त्री के कलाई से लेकर ऊंगली तक का भाग शुक्र का होता है ।और जब भी शनि पर शुक्र का प्रभाव पड़ता है , तो धन प्राप्ति का योग्य बनता है ।अतः स्त्री को प्रतिदिन अपने पति के पैर दबाना चाहिए ।इसलिए लक्ष्मीजी हमेशा भगवान  विष्णु के पैर दबाती रहती है ।और इसी कारण वो धन की देवी है ।यह संदेश जनहित में जारी कर रहा हूं ।सभी लोग यह मैसेज अपनी पत्नी तक पहुंचाए ।फायदा हो सकता है. 

Comments

Popular posts from this blog

राम नाम की जय जय कार करने वाले लोग जरूर सुने

 Written by Rohit Maurya भारत का इतिहास कौन भूल सकता है (जैसे विक्रमादित्य के दरबार में कालिदास राज्य कवि थे और उन्होंने विक्रमादित्य को सामने रख कर काव्य लिखा) ऐसे ही पुष्यमित्रशुंग के दरबार में बाल्यमिकी राज्य कवि थे , और बाल्यामिकी ने पुष्यमित्रशुंग को सामने रख कर रामायण लिखा। राम कौन था ?  मौर्य साम्राज्य के दसवे शासक (brihadratha maurya)  का धोखे से हत्या करने वाला  पुष्यमित्रशुंग ही बना । और राम दसरथ का पुत्र भी नही था , वो श्रृंगऋषि का पुत्र था l ऐसा रामायण में भी लिखा गया है । दसरथ निपुत्र थे और  उनको संतान प्राप्त किया गया तो बायोलॉजिकली राम श्रृंगऋषि का पुत्र था । और राम कौन था सम्राट (brihadratha maurya) का हत्यारा था । और जब उसने ( brihadratha maurya) का हत्या किया तो वो पटना से भाग कर वाराणसी और वहां से भागा तो फैजाबाद में है और फैजाबाद के पास में जो 7 किलोमीटर का एरिया था उसने वहां अपना राजधानी बनाया अपना राज्य बनाया जिसका नाम अयोध्या रखा । अयोध्या नाम क्यों रखा ? और क्यों अयोध्या कहा जाता है? जिस राज्य को बिना युद्ध के जीता गया हो या बनाया गया उस ...

ये थी देश की प्रथम शिक्षित महिला, जिसने 100 साल पहले ही खोल दिए थे 18 महिला स्‍कूल..! उपासना बेहार

लेखक : रोहित मौर्य  अगर सावित्रीबाई फुले को प्रथम महिला शिक्षिका, प्रथम शिक्षाविद् और महिलाओं की मुक्तिदाता कहें तो कोई भी अतिशयोक्ति नही होगी, वो कवयित्री, अध्यापिका, समाजसेविका थीं। सावित्रीबाई फुले बाधाओं के बावजूद स्त्रियों को शिक्षा दिलाने के अपने संघर्ष में बिना धैर्य खोये और आत्मविश्वास के साथ डटी रहीं।  सावित्रीबाई फुले ने अपने पति ज्योतिबा के साथ मिलकर उन्नीसवीं सदी में स्त्रियों के अधिकारों, शिक्षा छुआछूत, सतीप्रथा, बाल-विवाह तथा विधवा-विवाह जैसी कुरीतियां और समाज में व्याप्त अंधविश्वास, रूढ़ियों के विरुद्ध संघर्ष किया। ज्योतिबा उनके मार्गदर्शन, संरक्षक, गुरु, प्रेरणा स्रोत तो थे, ही पर जब तक वो जीवित रहे सावित्रीबाई का होसला बढ़ाते रहे और किसी की परवाह ना करते हुए आगे बढने की प्रेरणा देते रहे। सावित्रीबाई का जन्म 3 जनवरी 1831 को महाराष्ट्र के सतारा जिले के नायगांव नामक छोटे से गांव में हुआ था, 9 साल की अल्पआयु में उनकी शादी पूना के ज्योतिबा फुले के साथ किया गया। विवाह के समय सावित्री बाई फुले की कोई स्कूली शिक्षा नहीं हुई थी वहीं ज्योतिबा फुले तीसरी कक्षा तक शिक...

एनजीओ का मतलब ngo of full from

एनजीओ के बारे में सूचनाएं  जो आप सब नहीं जानते होगे  यह , ngo का मतलब होता है non governmentle organization जिसमें सरकार की नीतियों या किसी भी तरह का कानून और न ही कोई हस्तक्षेप जो सरकार द्वारा किया जाए ।  अब आप लोगो को ये जानना जरूरी है कि इसको कैसे चलाए ।  इसमें कितने लोगों की संगठन होती है । एनजीओ को चलाने के लिए इसका registration करना होता है जो आज - कल online भी होता है और इसमें तीन प्रकार की category होती है  । और एनजीओ द्वारा गरीबों की मदद की जाती है । इसलिए मै भी एक संस्था चलना चहेता हूं , जो मौर्य संस्था  के नाम से होगा ।  आप सब लोगों को इसमें शामिल होना है , और कुछ उन गरीबों के लिए करना है जो आज के इस जमाने में भी भूखे रहकर जीते है उनके पास घर नहीं होता उनके बच्चे अशिक्षित ही रहे जाते है । पर हम उन्हें भी जागरूक करना है हमें उनके लिए सब कुछ करना है ।  आज भारत वर्श में कुछ ऐसे लोग है को केवल गरीबों के लिए अच्छा काम करते है कई तरह - तरह के संस्था चलते है  इसलिए आप सब लोग साथ दो जिससे यह संस्था चलाया जाए जो गरीबों ...