Skip to main content

एनजीओ का मतलब ngo of full from


एनजीओ के बारे में सूचनाएं  जो आप सब नहीं जानते होगे 
यह , ngo का मतलब होता है non governmentle organization जिसमें सरकार की नीतियों या किसी भी तरह का कानून और न ही कोई हस्तक्षेप जो सरकार द्वारा किया जाए ।

  •  अब आप लोगो को ये जानना जरूरी है कि इसको कैसे चलाए । 
  • इसमें कितने लोगों की संगठन होती है ।

एनजीओ को चलाने के लिए इसका registration करना होता है जो आज - कल online भी होता है और इसमें तीन प्रकार की category होती है  । और एनजीओ द्वारा गरीबों की मदद की जाती है ।

इसलिए मै भी एक संस्था चलना चहेता हूं , जो मौर्य संस्था  के नाम से होगा ।
 आप सब लोगों को इसमें शामिल होना है , और कुछ उन गरीबों के लिए करना है जो आज के इस जमाने में भी भूखे रहकर जीते है उनके पास घर नहीं होता उनके बच्चे अशिक्षित ही रहे जाते है ।
पर हम उन्हें भी जागरूक करना है हमें उनके लिए सब कुछ करना है ।
 आज भारत वर्श में कुछ ऐसे लोग है को केवल गरीबों के लिए अच्छा काम करते है कई तरह - तरह के संस्था चलते है 

इसलिए आप सब लोग साथ दो जिससे यह संस्था चलाया जाए जो गरीबों  के काम आए ।

एनजीओ में सात तरह के कार्यकर्ता की जरूरत है जिनका केवल एक ही उद्देश्य होना चाहिए गरीबों के लिए लड़ना गरीबों के लिए कुछ करना  ।
मुझे सात कार्यकर्ता चाहिए जिनका नामांकन मै करुगा ।

एनजीओ का रजिस्ट्रेशन स्टेट और नेशनल लेवल पर होता है पर मै कोशिश करेगा कि इसे नेशनल लेवल पर करा सकूं ।
आप सब साथ दीजिए ताकि वह दिन दूर ना हो जब आप लोग गरीबों के लिए कुछ करने लगे । Plzz.. open this link and join to my group  https://chat.whatsapp.com/HxGVrIKIMnq7gZZa2VUkXd 

हमें आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है कि आप सब मेरा साथ देंगे ।

आपका अध्यक्ष : रोहित मौर्य 


Comments

Surendra Tiwari said…
Very good 👍😊 thought.dear friends
All best .God luck.
Life style said…
Thanks so much bro

Popular posts from this blog

राम नाम की जय जय कार करने वाले लोग जरूर सुने

 Written by Rohit Maurya भारत का इतिहास कौन भूल सकता है (जैसे विक्रमादित्य के दरबार में कालिदास राज्य कवि थे और उन्होंने विक्रमादित्य को सामने रख कर काव्य लिखा) ऐसे ही पुष्यमित्रशुंग के दरबार में बाल्यमिकी राज्य कवि थे , और बाल्यामिकी ने पुष्यमित्रशुंग को सामने रख कर रामायण लिखा। राम कौन था ?  मौर्य साम्राज्य के दसवे शासक (brihadratha maurya)  का धोखे से हत्या करने वाला  पुष्यमित्रशुंग ही बना । और राम दसरथ का पुत्र भी नही था , वो श्रृंगऋषि का पुत्र था l ऐसा रामायण में भी लिखा गया है । दसरथ निपुत्र थे और  उनको संतान प्राप्त किया गया तो बायोलॉजिकली राम श्रृंगऋषि का पुत्र था । और राम कौन था सम्राट (brihadratha maurya) का हत्यारा था । और जब उसने ( brihadratha maurya) का हत्या किया तो वो पटना से भाग कर वाराणसी और वहां से भागा तो फैजाबाद में है और फैजाबाद के पास में जो 7 किलोमीटर का एरिया था उसने वहां अपना राजधानी बनाया अपना राज्य बनाया जिसका नाम अयोध्या रखा । अयोध्या नाम क्यों रखा ? और क्यों अयोध्या कहा जाता है? जिस राज्य को बिना युद्ध के जीता गया हो या बनाया गया उस ...

जाने सम्राट अशोक का शासन काल कैसा था

Written by : rohit maurya आज से लगभग 2000 वर्ष पहले ये देश एक सत्य अहिंसा के रास्ते पर चलने वाला यह भारत देश विश्व गुरु हुआ करता था । मौर्य साम्राज्य के तीसरे शासक महान चक्रवर्ती  सम्राट अशोक के शासन काल में  (ये तो लोग केवल कल्पना करते  देव भूमि )  पर सम्राट अशोक का शासनकाल ही देवभूमि था ।  सब समता समानता के संबाहक थे । ना कोई ऊंच था ना कोई नीच था , एक ही तरह का सम्मान सब को दिया जाता था । उनके शासन काल में केवल मनुष्य ही नही वरन पूरी वशुधा , जीव , जंतु , पशु ,पक्षी सब एक खुशहाल जीवन व्यतीत करते थे । Friends If you like this post 📯 kindly comment below the post and do share your response . Thank you for reading ™